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Showing posts with the label संस्कृत-गीतानि (Sanskrit Songs)

कृत्वा नव दृढ संकल्पं (Sanskrit Song- Kritva Nav)

कृत्वा नव दृढ संकल्पं (Sanskrit Song- Kritva Nav) कृत्वा नव दृढ संकल्पं  वितरन्तो नव संदेशम् घटयामो नव संघटनं रचयामो नवमितिहासम् || धृ || नवमन्वन्तर शिल्पिन: राष्ट्रसमुन्नति कांक्षिण: | त्यागधना: कार्येकरता: कृतिनिपुण: वयं विषण्ण: || १ || कृत्वा नव दृढ संकल्पम्.... || धृ || भेदभावनां  निरासयन्त: दीनदरिद्रान् समुद्धरन्त: | दु:ख वितप्तान् समाश्वसन्त: कृतसंकल्पा सदास्मरन्त: || २  || कृत्वा नव दृढ संकल्पम्.... || धृ || प्रगतिपथान्नहि विचलेम परम्परां  संरक्षेम | समोत्साहिनो निरुद्वेगीनो नित्य निरंतर गतिशीला: || ३ || कृत्वा नव दृढ संकल्पम्.... || धृ || श्रवनाय- https://drive.google.com/file/d/0B4UJNc1YSXweRzV2eFZlb0FyWjA/view?usp=drivesdk

सागरं सागरीयं नमामो वयम् (Sanskrit Song - Sagaram Sagariyam..)

सागरं सागरीयं नमामो वयम् (Sanskrit Song - Sagaram Sagariyam..) सागरं सागरीयं नमामो वयम्, काननं काननीयं नमामो वयम्। पावनं पावनीयं नमामो वयम्, भारतं भारतीयं नमामो वयम्॥ पर्वते सागरे वा समे भूतले, प्रस्तरे वा गते पावनं संगमे। भव्यभूते कृतं सस्मरामो वयम्, भारतं भारतीयं नमामो वयम्॥ १॥ वीरता यत्र जन्माश्रिता संगता, संस्कृति मानवीया कृता वा गता। दैवसम्मानितं पावनं सम्पदम्, भारतं भारतीयं नमामो वयम्॥ २॥ कोकिलाकाकली माधवामाधवी, पुष्पसम्मानिता यौवनावल्लरी। षट्पदानामिह मोददं गुञ्जनम्, भारतं भारतीयं नमामो वयम्॥ ३॥ पूर्णिमा चन्द्रिका चित्तसम्बोधिका, भावसंवर्धिका चास्ति रागात्मिका। चञ्चलाचुम्बितं पावनं प्राङ्गणम्, भारतं भारतीयं नमामो वयम्॥ ४॥

चल चल पुरतो निधेहि चरणम् (Chal Chal Puruto- Sanskrit Song)

चल चल पुरतो निधेहि चरणम् (Chal Chal Puruto- Sanskrit Song) चल चल पुरतो निधेहि चरणम् सदैव पुरतो निधेहि चरणम् ॥ध्रु॥ गिरीशिखरे तव निज निकेतनम् समारोहणं विनैव यानम् आत्मबलं केवलं साधनम् ॥१॥ पथिपाषाणा विषमा प्रखरा तिर्यन्चोपि च परितो घोरः सुदुष्करं खलु यद्यपि गमनम् ॥२॥ जहीहि भीतिं ह्रिदि भज शक्तिम् देहि देहि रे भगवती भक्तिम् कुरु कुरु सततं धेयस्मरणम् ॥३॥ सुनने के लिए- https://drive.google.com/file/d/0B4UJNc1YSXweUmxWUktqZ092eFk/view?usp=drivesdk    cala cala purato nidhehi caraṇam sadaiva purato nidhehi caraṇam ||dhru|| girīśikhare tava nija niketanam samārohaṇaṁ vinaiva yānam ātmabalaṁ kevalaṁ sādhanam ||1|| pathipāṣāṇā viṣamā prakharā tiryancopi ca parito ghoraḥ suduṣkaraṁ khalu yadyapi gamanam ||2|| jahīhi bhītiṁ hridi bhaja śaktim dehi dehi re bhagavatī bhaktim kuru kuru satataṁ dheyasmaraṇam ||3|| Meaning Go ahead, keep your feet forward Always place the feet forward. Your home is at the top of the mountain. Climb it without any vehicle The only instrument is one's own streng...

Sanskrit Song - संपूर्ण विश्व रत्नम् (Saare jahaan se accha in Sanskrit)

              संपूर्ण विश्व रत्नम् (saare jahaan se accha in sanskrit) संपूर्ण विश्व रत्नम्, खलु भारतम् स्वकीयम्.. स्वकीयम् संपूर्ण विश्व रत्नम्। पुष्पं  वयं तु सर्वे, खलु देश वटिकेयं स्वकीयम्।   1) सर्वोच्च पर्वतो यो,    गगनस्य भाल चुम्बी, -2   स: सैनिक: सुवीरः -२    प्रहरी च स: स्वकीयम्।। स्वकीयम्... 2) क्रोड़े सहस्रधारा, प्रवहन्ति यस्य नद्यः-२ उद्यानमभिपोष्यम्, भुविगौरवं स्वकीयम्।। स्वकीयम्... 3)धर्मस्य नास्ति शिक्षा, कटुतां मिथो विधेयः, (एको वयम् )-३ तु सर्वे, खलु भारतम् स्वकीयम्।। स्वकीयम्... संपूर्ण विश्व रत्नम्, खलु भारतम् स्वकीयम्.. स्वकीयम् संपूर्ण विश्व रत्नम्। पुष्पं  वयं तु सर्वे, खलु देश वटिकेयं स्वकीयम्। --------01 https://drive.google.com/file/d/1A_wXqh3klUTpoDNBB9Dn6KfYDdMDXgEe/view?usp=drivesdk 02 आर्मी धुन के साथ- https://drive.google.com/file/d/1zO5IHHWF8Ot2SfJhIPEN6-Ki7eLA-PNq/view?usp=drivesdk

Sanskrit Song- हर घड़ी बदल रही है रूप ज़िंदगी/ Har Ghadi Badal Rahi Hai

Sanskrit song- प्रतिक्षणं परिवर्तयेत् रूपं हि जीवनम्/ हर घड़ी बदल रही है रूप ज़िंदगी/ Har ghadi badal rahi h (कल हो न हो) प्रतिक्षणं परिवर्तयेत् रूपं हि जीवनम् । छायावद् कदा कदाsतपं हि जीवनम् । प्रतिपलमि...

Sanskrit Song संस्कृत-गीतम् -विश्वभाषा संस्कृतम्

संस्कृत-गीतम् (Saras Bhasha Sanskritam) विश्वभाषा संस्कृतम् १. सरलभाषा संस्कृतं सरसभाषा संस्कृतम् । सरस-सरल-मनोज्ञ-मङ्गल-देवभाषा संस्कृतम् ॥ २. मधुरभाषा संस्कृतं मृदुलभाषा संस्कृतम् । मृदुल-मधुर-मनोह-रामृत-तुल्यभाषा संस्कृतम् ॥(अमृत)तुल्यभाषा संस्कृतम् ॥ ३. देवभाषा संस्कृतं वेदभाषा संस्कृतम् । भेद-भाव-विनाशकं खलु, दिव्यभाषा संस्कृतम् ॥ X ४. अमृतभाषा संस्कृतम्, अतुलभाषा संस्कृतम् । सुकृति-जन-हृदि परिलसितशुभवरदभाषा संस्कृतम् ॥ ५. भुवनभाषा संस्कृतं, भवनभाषा संस्कृतम् । भरत-भुवि परि-लसित, काव्य-मनोज्ञ-भाषा संस्कृतम् ॥ ६. शस्त्रभाषा संस्कृतं,  शास्त्रभाषा संस्कृतम् । शस्त्र-शास्त्र-भृदार्ष-भारत-,राष्ट्रभाषा संस्कृतम् ॥ ७. धर्मभाषा संस्कृतं, कर्मभाषा संस्कृतम् । धर्म-कर्म-प्रचोदकं खलु, विश्वभाषा संस्कृतम् ॥ ------गीत श्रवण हेतु यहाँ क्लिक कीजिए- https://drive.google.com/file/d/1JjBjmjGxyoSviWZCt0rJoParlBCl4IiL/view?usp=drivesdk ---------- Word to Word Meaning- viśvabhāṣā saṃskṛtam 1. saralabhāṣā - simple language saṁskṛtam - Samskrit sarasabhāṣā - tasteful language saṃskṛtam - Samskrit. ...

एकता मंत्र ( Ekta Mantra ) यं वैदिका मन्त्रदृशः पुराणाः......

   एकता मंत्र ( Ekta Mantra ) - यं वैदिका मन्त्रदृशः पुराणाः इन्द्रं यमं मातरिश्वा नमाहुः। वेदान्तिनो निर्वचनीयमेकम् यं ब्रह्म शब्देन विनिर्दिशन्ति॥ शैवायमीशं शिव इत्यवोचन् यं वैष्णवा विष्णुरिति स्तुवन्ति। बुद्धस्तथार्हन् इति बौद्ध जैनाः सत् श्री अकालेति च सिख्ख सन्तः॥ शास्तेति केचित् कतिचित् कुमारः  स्वामीति मातेति पितेति भक्त्या। यं प्रार्थन्यन्ते जगदीशितारम्  स एक एव प्रभुरद्वितीयः॥ प्राचीन काल के मन्त्रद्रष्टा ऋषियों ने जिसे इंद्र , यम , मातरिश्वान (वैदिका देवता) कहकर पुकारा और जिस एक अनिर्वचनीय को वेदान्ती ब्रह्म शब्द से निर्देश करते हैं। शैव जिसकी शिव और वैष्णव जिसकी विष्णु कहकर स्तुति करते हैं। बौद्ध और जैन जिसे बुद्ध और अर्हन्त कहते हैं तथा सिक्ख सन्त जिसे सत् श्री अकाल कहकर पुकारते हैं। जिस जगत के स्वामी को कोई शास्ता तो कोई प्रकृति , कोई कुमारस्वामी कहते हैं तो कोई जिसको स्वामी , माता-पिता कहकर भक्तिपूर्वक प्रार्थना करते हैं , वह प्रभु एक ही है अर्थात् अद्वितीय है । ------ Meaning: Whom (Yam) the Vaidika Mantradrashah (those who have understood the Vedas an...

संस्कृत-गीतम् (Sanskrit Song) - मनसा सततम् स्मरणीयम्

मनसा सततम् स्मरणीयम् वचसा सततम् वदनीयम् लोकहितम् मम करणीयम् ॥धृ॥ न भोग भवने रमणीयम् न च सुख शयने शयनीयम् अहर्निशम् जागरणीयम् लोकहितम् मम करणीयम् ॥१॥ न जातु दुःखम् गणनीयम् न च निज सौख्यम् मननीयम् कार्य क्षेत्रे त्वरणीयम् लोकहितम् मम करणीयम् ॥२॥ दुःख सागरे तरणीयम् कष्ट पर्वते चरणीयम् विपत्ति विपिने भ्रमणीयम् लोकहितम् मम करणीयम् ॥३॥ गहनारण्ये घनान्धकारे बन्धु जना ये स्थिता गह्वरे तत्र मया सन्चरणीयम् लोकहितम् मम करणीयम् ॥४॥ -----श्रोतुम् - https://drive.google.com/file/d/0B4UJNc1YSXweRXZMbnoySXNRU1U/view?usp=drivesdk

संस्कृत-गीत (Sanskrit Song) नैव क्लिष्टा न च कठिना-

संस्कृत-गीत (Sanskrit Song)  नैव क्लिष्टा न च कठिना- सुरस सुबोधा विश्वमनोज्ञा, ललिता हृद्या रमणीया । अमृतवाणी संस्कृतभाषा, नैव क्लिष्टा न च कठिना ।। कविकुलगुरू वाल्मीकि विरचिता, रामायण रमणीय कथा । अतीव सरला मधुर मंजुला, नैव क्ल्ष्टिा न च कठिना ।। व्यास विरचिता गणेश लिखिता, महाभारत पुण्य कथा । कौरव पाण्डव संगर मथिता, नैव क्लिष्टा न च कठिना ।। कुरूक्षेत्र समरांगणगीता, विश्ववंदिता भगवद्गीता । अतीव मधुरा कर्मदीपिका, नैव क्लिष्टा न च कठिना ।। कवि कुलगुरू नव रसोन्मेषजा, ऋतु रघु कुमार कविता । विक्रम शाकुन्तल मालविका, नैव क्लिष्टा न च कठिना ।। '' गेय संस्कृतम् '' पुस्तकात् साभार ग्रहीतः ----------------------------

संस्कृत-जन्मदिन-गीतम् (Birthday Song)- जन्मदिनम् इदं, अयि प्रिय सखे...

संस्कृत-जन्मदिन-गीतम्    (Birthday Song in  Sanskrit)-  जन्मदिनम् इदं, अयि प्रिय सखे,  शं तनोतु ते सर्वदा मुदम् । प्रार्थयामहे भव  शतायुषी,  इश्वरः सदा  तवां च रक्षतु । पुण्यकर्मणा कीर्तिमर्जय,  जीवनं तव भवतु सार्थकम् ।। Meaning: O Dear Friend! May this birthday Bring auspiciousness and joy to you forever. Indeed, we all pray for your long life, and May the Lord always protect you. By noble deeds, may you attain fame and may your life be fulfilled.  Watch Video- https://youtu.be/TMfZs0dLz9M